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mughal kaal itihaas akabar ( मुग़ल काल इतिहास अकबर )

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अकबर
  • अकबर का जनम 1542 मे अमरकोट के राजा वीरसाल के महल मे हुआ था ।
  • अकबर के बाप का नाम हुमायू था व इसकी माँ नाम हमीदा बानो बेगम था ।
  • हुमायू ने 9 साल की उम्र मे अकबर को गजनी का सूबेदार बनाया । हुमायू की मौत के समय यह लाहौर का सूबेदार था ।
  • इसका संरक्षक बैरम खान था । बैरम खान से पहले अकबर का संरक्षक मुनीम खान था ।
  • 14 फरवरी 1556 मे अकबर ने पंजाब के कलानौर मे गुरदासपुर के पास अपना राज्याभिषेक करवाया।
  • हेमू ओर तारदी बेगम ( मुग़ल सेनापति ) से दिल्ली छिन ली ।
  • पानीपत का दूसरा युद्ध 5 नवम्बर 1556 मे अकबर ओर हेमू के बीच लड़ा गया । हेमू की आँख मे तीर लग गया ओर उसकी सेना भाग गई । इस तरह से अकबर ये युद्ध जीत गया ।
  • बैरम खान ने तारदी बेगम को फांसी दे दी और हेमू को भी मार दिया गया ।
  • हेमू ने विक्रमादित्य की उपाधि धारण कर रखी थी । वस्तुतः हेमू अंतिम ओर 14 वा राजा था जिसने विक्रमादित्य की उपाधि धारण की थी ।
  • 1556 से 1560 के बीच अकबर बैरम खान के संरक्षण मे रहा ।
  • अकबर के समय राजधानी आगरा थी ।
  • बैरम खान शिया मुसलमान था । शिया मुसलमानो को ज्यादा प्राथमिकता देने का आरोप लगाकर उसे दरबार से निकाल दिया गया । इस पर बैरम खान ने विद्रोह कर दिया ।
  • विद्रोह को कुचलकर बैरम खान को अकबर के सामने पेश किया जाता है । अकबर उसके सामने 3 विकल्प रखता है:-
    • काल्पी और चँदेरी की सूबेदारी
    • गुप्त मामलो मे बादशाह के सलाहकार

हज यात्रा

  • बैरम खान हज यात्रा चला जाता है । अहमदाबाद के पास पाटन नामक जगह पर अफगान मुबारिज खान बैरम खान की हत्या कर देता है ।
  • बैरम खान की पत्नी सलीमा बेग़म से अकबर शादी कर लेता है और उसके पुत्र रहीम खान को अपने नवरतनों मे स्थान देता है । जिसे अब्दुल रहीम खान खाना के नाम से जाना जाता है ।
  • 1560 से 1562 के समय को पेटीकोट शासन कहा गया क्योकि इस समय अकबर 3 औरतों के संरक्षण मे रहा और सारे शासन की बागडोर इन औरतों ने संभाली । माहम अलगा ( महामंगा ) , जीजी अनगा ( महामंगा की बेटी ) हमीदा बेग़म ( अकबर की माँ )
  • महामंगा के बेटे (आदम खान ) ने वजीर बनने के लालच मे तत्कालीन वजीर की हत्या कर दी ।
  • इसकी सज़ा के बदले आदम खान को आगरा के किले से नीचे फिकवा दिया गया और उसकी जान निकाल गई । इसके बाद महामंगा की भी मौत हो गई ।
  • 1562 मे अकबर स्वतंत्र शासक के रूप मे सामने आया जिसे उसकी हरम दल से आज़ादी कहा गया ।
  • 1562 मे अकबर ने धर्मांतरण पर रोक लगा दी
  • 1563 मे तीर्थ यात्रा कर समाप्त कर दिया
  • 1564 मे जज़िया कर समाप्त कर दिया । जज़िया कर गैर मुसलमानो से लिया जाने वाला धार्मिक कर था ( जज़िया कर सबसे पहले मुहम्मद बिन कासिम ले लगाया जिसे अकबर ने बंद किया , पुनः औरंगजेब के द्वारा लगाया गया )
  • 1562 मे अकबर जब ख्वाजा मुइनूद्दीन चिश्ती की दरगाह पर अजमेर जा रहा था तो आमेर जयपुर का राजा भारमल स्वयम अधीनता स्वीकार करते हुये अकबर के सामने हरकू बाई ( जोधा ) का विवाह प्रस्ताव रखता है ।
  • अकबर और हरकू बाई की शादी सांभर मे कर दी जाती है ।
  • इस प्रकार राजा भारमल ( कछवाह राजपूत ) पहला राजपूत बना जिसने अकबर की अधीनता स्वीकार की
  • हरकू बाई मरियम उज्जमानी के नाम से भी जानी जाती थी ।

अकबर के सैनिक अभियान

मालवा अभियान 1561 è

  • मालवा का राजा बाज़ बहादुर था ( अफगान शेरशाह वंशज )
  • मालवा अभियान मे अकबर का सेनापति आधम खान था ।
  • बाज बहादुर हार जाता है ओर उसकी प्रेमिका रानी रूपमति आत्मदाह कर लेती है ।
  • रानी रूपमति का महल मांडू मे है ( मांडू को महलो की नगरी कहा जाता है यहा जहाज महल , रूपमति का महल , हिंडोला भवन आदि है मांडू मध्य प्रदेश मे है )
  • बाज बहादुर भाग कर चित्तौड़ चला जाता है और बाद मे अकबर के दरबार मे जाता है ।
  • अकबर उसे 2000 का मनसबदार बना देता है ।
  • बाज बहादुर संगीत मे प्रवीण था इसलिए वह अकबर के नौरत्नों मे भी शामिल था ।
  • रानी रूपमति और बाज बहादुर की छतरी उज्जैन मे है उज्जैन मे ही दुर्गादास राठोड की भी छतरी है ।
  • उज्जैन मध्य प्रदेश मे है इसे मंदिरो की नगरी , पवित्र नगरी कहा जाता है ।
  • उज्जैन मे क्षिप्रा नदी के तट पर महाकालेश्वर मंदिर है जहा पर कुम्भ का मेला लगता है यहा पर अगला कुम्भ 2028 मे आयोजित होगा

गोंडवाना अभियान 1564 è

  • गोंडवाना की रानी चंदेल राजकुमारी दुर्गावती थी जो अपने बेटे की संरक्षिका थी ।
  • अकबर का सेनापति आसफ खान था
  • गोंडवाना की राजधानी चौरागढ़ थी ।

चित्तोडगढ़ अभियान 1567 - 68 è

  • अकबर स्वयं गया
  • चित्तौड़ का राजा उदयसिंह ( महाराणा प्रताप का पिता ) अपने सेनानायकों को लड़ाई मे छोडकर पहाड़ियो मे चला गया
  • उदयसिंह की सेना मे जयमल ( मेड़ता के शासक बीरम देव का बेटा ) , फत्ता ( जयमल का बहनोई ) दो वीर योद्धा थे ।
  • यहा पर अकबर ने कत्ले आम करवाया जो अकबर के जीवन काल का प्रथम ओर अंतिम नरसंहार था । चित्तौड़ का यह तीसरा जौहर था ।
  • अकबर जयमल ओर फत्ता की बहदुरी से प्रसन्न हुआ ओर आगरा के किले के बाहर इनकी मूर्तिया लगवाई । इन दोनों की मूर्तिया जूनागढ़ ( जमीन का जेवर ) के किले के बाहर भी है ।
  • चित्तौड़ विजय के बाद अकबर ने गाजी की उपाधि धारण की ।
  • गुजरात अभियान 1572-73
  • इस समय गुजरात का शासक मुजफ्फर शाह 3 था ।
  • गुजरात की जीत कर अकबर वापिस आ जाता है अकबर के जाने के बाद मुजफ्फर शाह पुनः गुजरात पर वापिस कब्जा कर लेता है ।
  • अकबर पुनः गुजरात आता है केवल 11 दिन अकबर गुजरात पहुँच जाता है ।
  • इतिहासकर स्मिथ इसे दुनिया का तीव्रतम अभियान कहता है ।
  • गुजरात विजय के उपलक्ष मे अकबर फ़तेहपुर सिकरी मे बुलंद दरवाजा का निर्माण कराता है
  • अकबर गुजरात मे किरोड़ी नामक राजस्व अधिकारी नियुक्त करता है जिसका काम एक करोड़ दाम वसूलना है ( 1 करोड़ = लगभग ढाई लाख )
  • चित्तौड़ अभियान 1576
  • 1576 अकबर और महाराणा प्रताप की सेना के मध्य हल्दी घाटी का युद्ध हुआ
  • इसमे अकबर की तरफ से जलाल खान , मानसिंह , भगवान दास , टोडरमल थे ।
  • मानसिंह की विजय हुई
  • चित्तौड़ का राजा महाराणा प्रताप थे । प्रताप के घोड़े का नाम चेतक था । इससे पहले घोड़े का सारंग था । चेतक के बाद जो घोडा उनके पास था उसका नाम एटक था जो की उनके भाई शक्ति सिंह ने दिया था ।
  • प्रताप की माता का नाम जैवन्ता बाई था
  • इनके बचपन का नाम कीका था इनकी समाधि बांडोली उदयपुर मे है ( चेतक की समाधि बलीचा गाँव राजसमंद मे है )
  • 1586 मे अकबर ने कश्मीर पर हमला बोला । उस समय वह पर युसुफ़जई और अफरीदी जन जातियो का राज था ।
  • इस दौरान बीरबल मारा जाता है ।
  • 1596 मे कंधार, बलूचिस्तान और अहमद नगर को जीता उस समय अहमदनगर पर रानी चाँद बीबी राज करती थी
  • 1601 मे खानदेश पर हमला किया । खानदेश की दो राजधानी बुरहानपुर और असीरगढ़ थी ।
  • असीरगढ़ का किला बुरहानपुर मे है जहा मुमताज़ बेग़म की प्रसव पीड़ा से मृत्यु हुई थी ।
  • मुमताज़ महल का मकबरा यही पर है ।
  • 1665 मे हज यात्रा के दौरान बैरम खान की हत्या हो जाती है
  • अबुल फज़ल की हत्या वीर सिंह बुंदेला ( ओरछा का शासक ) जहाँगीर के हुकुम पर कर देता है ।
  • 1575 मे अकबर ने फ़तेहपुर सिकरी मे इबादत खाने का निर्माण करवाया
  • इसमे धार्मिक चर्चाए होती थी केवल मुसलमान ही आ सकते थे ।
  • 1578 मे इबादत खाने को सभी धर्मो के लिए खोल दिया गया ।
  • 1579 मे अकबर ने मजहर की घोषणा की । यानि की अकबर ने खुद को धरम का प्रधान पुरोहित घोषित कर दिया
  • इस मजहर का प्रारूप अबुल फज़ल ने किया था
  • 1582 मे अकबर ने नया धर्म दीन ए इलाहि चलाया
  • इसमे अकबर स्वयं रविवार को दीक्षा देता था
  • दीन ए इलाही धर्म का प्रधान पुरोहित अबुल फज़ल था
  • अकबर ने सिक्खो के चौथे गुरु रामदास को अमृतसर मे 500 बीघा ज़मीन दी
  • इसी दान की गई ज़मीन पर हरमंदिर साहिब का निर्माण किया गया । जिस पर महाराजा रणजीत सिंह से सोना चड़ाया तब से उसी मंदिर को स्वर्ण मंदिर कहा जाने लगा
  • स्वर्ण मंदिर की नीव सूफी संत मियां मीर ने रखी थी ।

अकबर के नवरत्न 

  • बीरबल
    जनम – काल्पी ( मध्य प्रदेश )
    वास्तविक नाम – महेश दास
    मृत्यु – 1586
  • तानसेन
    • वास्तविक नाम – रामतनु पांडे
    • पहले ये रीवा के राजा रामचन्द्र के दरबार मे था ।
    • इनके गुरु का नाम स्वामी हरिदास था ( बैजु बावरा भी इन्ही के शिष्य थे )
    • तानसेन का दूसरा गुरु मौहम्मद गौस था
    • मौहम्मद गौस सूफी संत थे जो सत्तारा सिलसिले से संबन्धित थे
    • अकबर ने तानसेन को कंठाभरणवनिविलस की उपाधि दी
  • अबुल फज़ल
    • अकबर नामा लिखा ( अकबर नामा का तीसरा भाग आईने ए अकबरी कहलाता है )
    • अबुल फज़ल के भाई का नाम फैज़ी था
    • ये नागौर के थे
  • फैज़ी
    • अबुल फज़ल का बड़ा भाई था
    • अकबर ने इसे राजकवि की उपाधि दी
    • इसके निर्देशन मे महाभारत का फारसी अनुवाद रज़्मनाना के नाम से हुआ
  • अब्दुल रहीम खानखाना
    • बैरम खाँ का बेटा
    • जहाँगीर का गुरु
  • टोडरमल
    • पहले शेरशाह सूरी के दरबार मे था
    • 1562 मे अकबर की सेवा मे आए
    • 1572 मे इसको गुजरात का दीवान बनाया गया
    • 1582 मे दीवान ए अशरफी ( प्रधान मंत्री ) बनाया गया
    • इन्होने भूमि की जब्ती व्यवस्था शुरू की
    • 1580 मे आईने ए दहसाला शुरू की ( इसे टोडरमल बंदोबस्त भी कहते है )
  • मानसिंह
    • आमेर का राजा , 7000 का मनसबदार
    • अकबर के काल मे बंगाल और काबुल का गवर्नर
  • फकीर अजीउद्दीन
  • मुल्ला दो प्याज़ा

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