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modern india history dharn sudhar andolan ( आधुनिक भारत का इतिहास धर्म सुधार आंदोलन )

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धर्म सुधार आंदोलन

  • राजा राम मोहन राय --राजा की उपाधि अकबर द्वितीय ने डी थी ।
  • इन्हे आधुनिक भारत का पिता कहा जाता है ।
  • इनहोने 1815 मे आत्मीय सभा , 1817 मे हिन्दू कालेज , 1825 मे वेदान्त कॉलेज और 1828 मे ब्रह्म समाज की स्थापना की ।
  • इनहोने प्रिसेप्ट्स ऑफ जीसस – जीसस की शिक्षाएं और हिन्दू उत्तराधिकार के नियम जैसी किताबे लिखी ।
  • इन्होने संवाद कौमुदी [ बांग्ला ] और मीरात उल अखबार निकाला ।
  • राजा राम मोहन राय के प्रयासो से 1829 मे सती प्रथा पर रोक लगाई गई और यह काम किया लॉर्ड विलियम बेंटिक ने ।
  • 1833 मे ब्रिस्टल [ इंग्लैंड मे इनकी मृत्यु हो गई । वही पर इनकी समाधि बनी हुई है ।
  • इनके बाद देवेंद्र नाथ टैगोर [ रवीद्र नाथ टैगोर के पिता ] ने ब्रह्म समाज का उत्तरदायित्व लिया । इन्होने तत्व बोधिनी सभा का गठन किया जिसे बाद मे ब्रह्म समाज मे ही मिला लिया गया ।
  • बाद मे केशवचंद्र सेन को ब्रह्म समाज का आचार्य बनाया गया ।
  • 1865 मे केशवचंद्रा सेन को ब्रह्म सभा से निकाल दिया गया ।
  • 1872 मे केशवचंद्रा सेन की वजह से सिविल मेरीज एक्ट पारित हुआ जिसके तहत शादी की उम्र 14 और 18 वर्ष हुई ।
  • केशवचंदर सेन ने 1878 मे साधारण ब्रह्म समज की स्थापना की ।
  • दयानन्द सरस्वती – इनका जनम गुजरात के मौरवी गाँव मे हुआ था इनका मूल नाम मुलाशंकर था ।
  • सन्यास ग्रहण करने बाद पुरवानन्द जी गुरु बनाया जिन्होने इनका नाम दयानन्द सरस्वती रखा ।
  • इनके दूसरे गुरु विराजनंद जी थे जिनसे इन्होने वेदो की शिक्षा ग्रहण की ।
  • इन्होने “ वेदो की और लौटो “ का नारा दिया ।
  • 1874 मे सत्यार्थ प्रकाश लिखी जो मूल रूप से संस्कृत मे थी ।
  • 1857 मे बोमबे मे आर्य समाज की स्थापना की । 1877 मे लाहौर और 1878 मे दिल्ली मे आर्य समाज की स्थापना की ।
  • इन्होने शुद्धि आंदोलन भी चलाया जिसके तहत उन सभी को वापिस हिन्दू बनाया गया जिन्होने किसी कारण से धरम परिवर्तन कर लिया था ।
  • 1883 मे जोधपुर के राजा की उप पत्नी नन्ही जान ने जहर देकर मार दिया ।
  • वेलेंटाइन शिरोल ने आर्य समाज को भारतीय अशांति का जनक कहा है ।
  • वेलेंटाइन शिरोल ने व्यक्तियों मे बल गंगाधर तिलक को भारतीय अशांति का जनक कहा है ।
  • स्वामी विवेकानंद --इनका मूल नाम नरेंद्र दत्त था ।
  • खेतड़ी के महाराजा ने इनको विवेकानंद नाम दिया ।
  • 1893 मे इन्होने शिकागो [ अमेरिका ] की धर्म सभा मे भाषण दिया ।
  • इनकी वहा की एक शिष्या थी जिनका नाम भागिनी निवेदिता [ वास्तविक नाम - मारग्रेट एलीज़ाबेथ ] था ।
  • 1896 मे अमेरिका मे ही वेदान्त समाज की स्थापना की ।
  • 1897 मे भारत मे रामकृष्ण मिशन की स्थापना की । [ इनके गुरु का नाम रामकृष्ण परमहंस था ]
  • प्रार्थना समाज --संस्थापक – महादेव गोविंद रानाडे , आर जी भंडारकर , आत्माराम पांडुरंग , चंदावरकर ने मिलकर 1867 मे बॉम्बे मे की ।
  • महादेव गोविंद रानाडे – इन्हे महाराष्ट्र का सुकरात भी कहा जाता है ।
  • ये गोपाल कृष्ण गोखले के राजनीतिक गुरु है । [ गोपाल कृष्ण गोखले गांधी जी के राजनीतिक गुरु है ]
  • 1871 मे पुना सार्वजनिक सभा की स्थापना की ।
  • 1884 मे दक्कन एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना की जो बाद मे पुना के फर्ग्यूसन कॉलेज के नाम से जाना गया ।
  • थियोसोफ़िकल सोसायटी --1875 मे न्यूयोर्क मे मेडम ब्लावत्स्की ने इसकी स्थापना की । बाद मे कर्नल अल्काट भी इसमे जुड़े ।
  • 1882 मे भारत मे इसका मुख्यालय मद्रास के पास अड्यार मे खोला गया ।
  • 1893 मे एनी बेसेंट इस सोसाइटी के कार्यकर्ता के रूप मे भारत आई ।
  • 1898 मे एनी बेसेंट ने सेंट्रल हिन्दू कॉलेज की स्थापना की । जो बाद मे मदन मोहन मालवीय के प्रयासो से बनारस हिन्दू विश्वविध्यालय के रूप मे प्रसिद्ध हुआ ।
  • 1907 मे एनी बेसेंट थियोसोफ़िकल सोसाइटी की अध्यक्ष बनी । यह आयरलैंड की थी ।
  • 1916 मे एनी बेसेंट और बाल गंगाधर तिलक ने मिलकर होम रूल लीग की स्थापना की ।
  • एनी बेसेंट ने एक पुत्र गोद लिया जिसका नाम जे कृष्णमूर्ति था ।
  • यंग बंगाल आंदोलन 1826 – 1831 – हेनरी विवियन डेरोजियो हिन्दू कॉलेज के अध्यापक थे ।
  • इनकी विचारधारा के कारण बहूत सारे विद्यार्थी इनके अनुयायी हो गए । पाँच वर्षो के दौरान यह वैचारिक आंदोलन ही यंग बंगाल आंदोलन कहलाया । 1831 मे इनकी मौत हो गई ।
  • इनके द्वारा स्थापित संस्थाए मे डिबेटिंग क्लब और बांग हित सभा मुख्य है ।
  • इनके द्वारा ईस्ट इंडिया , इंडिया गज़ट और कलकत्ता साहित्य गज़ट नामक अखबार निकले गए ।
  • इन्हे भारत का पहला राष्ट्रवादी कवि कहा जाता है ।
  • अलीगढ़ आंदोलन – यह सर सैयद अहमद खान के द्वारा चलाया गया ।
  • इन्होने तहजीब उल अखलात अखबार निकाला ।
  • 1864 मे साइंटिफिक सोसायटी की स्थापना की ।
  • 1875 मे मोहम्मडन एंग्लो कॉलेज की स्थापन की जो 1920 मे अलीगढ़ विश्व विध्यालय के नाम से जाना गया ।
  • 1888 मे बनारस के राजा शिवप्रसाद के साथ मिलकर पेट्रीओटिक एसोसिएशन [ राष्ट्र भक्त सभा ] की स्थापना की
  • देवबंद आंदोलन --यह आंदोलन 1867 से हुआ जिसमे 1857 की क्रांति के सभी बड़े नेता शामिल थे ।
  • मुख्य नेता रशीद अहमद गंगोही और मोहम्मद कासिम ननोटी थे ।
  • इसे दार – उल – उलूम भी कहते है ।
  • वहाबी आंदोलन --इसकी मूल रूप से शुरुआत ईरान से हुई जहा पर अबुल्लाह वहाब ने इसे शुरू किया था ।
  • भारत मे सैयद अहमद बरेलवी इसके मुख्य नेता थे । इन्होने नारा दिया “ दार उल हर्ब को दार उल इस्लाम मे बदलना “ [ काफिरो के देश को इस्लामिक देश बनाना ]
  • अहमदिया आंदोलन --मिर्जा गुलाब अहमद ने इसे शुरू किया था ।
  • 1889 मे पंजाब के कादिया गाँव से यह आंदोलन हिन्दू मुस्लिम एकता के लिए शुरू हुआ ।
  • दक्षिण भारतीय ब्रह्म सभा – वरलू नायडू
  • राजा मुन्दरी धरम सुधार आंदोलन -वीर शेलिंगम
  • मानव डीएचआरएम सभा -मंसाराम
  • परमहंस मंडली –- गोपाल हरी देशमुख ।
  • गोपाल हरी देशमुख को लोक हित वादी के नाम से भी जाना जाता है ।
  • सत्य शोधक समाज --ज्योतिबा फुले
  • इन्होने गुलाम गिरि पुस्तक लिखी ।
  • शारदा एक्ट – यह विवाह से संबन्धित है ।
  • महिला शिक्षा प्रयास --1819 मे कलकत्ता ईसाई मिशनरी ने पहली बार तरुण स्त्री सभा का गठन किया और लड़कियो को पढ़ाना आरंभ किया ।
  • 1849 मे J E D बेथन ने कलकत्ता मे पहला गर्ल्स स्कूल खोला ।
  • ईश्वर चंद विद्यासागर को इसका प्रिंसिपल बनाया गया । बाद मे ईश्वर चंद विध्यसागर ने 35 गर्ल्स स्कूल खोले ।
  • 1906 मे डी के कर्वे ने पहला महिला विश्वविध्यालय बॉम्बे मे स्थापित किया ।
  • विधवा विवाह --महादेव गोविंद रानाडे ने पहली बार 1867 मे विधवा विवाह संघ की स्थापना की ।
  • 1893 मे डी के कर्वे ने एक विधवा से विवाह किया और 1899 मे पुना मे विधवा आश्रम भी खोला ।
  • पण्डित रमाबाई ने शारदा सदन की स्थापना की । रमाबाई को पण्डित की उपाधि कलकत्ता विश्व विध्यालय से मिली थी ।
  • 1856 मे विधवा विवाह अधिनियम पारित हुआ ।

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