कांग्रेस की स्थापना का निर्णय 1884 मे थियोसोफ़िकल सोसाएटी की सभा मे लिया गया
इसका पहला सम्मेलन पुना मे होने वाला था लेकिन पुना पे प्लेग फ़ेल जाने के कारण यह मुंबई मे किया गया
28 दिसंबर 1885 को यह सम्मेलन गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविध्यालय मे किया गया । । पहले अधिवेशन मे कुल 72 सदस्य मौजूद थे । इसके सचिव ए ओ हयूम और पहला अध्यक्ष व्योमेश चन्द्र बनर्जी को बनाया गया । पहले अधिवेशन मे 9 प्रस्ताव पास किए गए जिसमे से एक भी किसानो और मजदूरो से संबन्धित नहीं था ।
कांग्रेस का नाम कांग्रेस दादा भाई नौरौजी ने सुझाया था ।
दूसरा अधिवेशन 1886 मे कलकत्ता मे हुआ । जिसके अध्यक्ष दादा भाई नौरौजी को बनाया गया ।
तीसरा अधिवेशन 1887 मे मद्रास मे हुआ इसके अध्यक्ष बदरुद्दीन तैयब जी को बनाया गया । ये पहले मुस्लिम अध्यक्ष थे ।
चौथा अधिवेशन 1888 मे बॉम्बे मे हुआ जिसका अध्यक्ष जॉर्ज यूले [ प्रथम अंग्रेज़ अध्यक्ष ] को बनाया गया ।
पांचवा अधिवेशन 1989 को बॉम्बे मे हुआ जिसके अध्यक्ष विलियम वेदरबर्न [ दूसरे अंग्रेज़ अध्यक्ष ] को बनाया गया ।
12 वां अधिवेशन 1896 मे कलकत्ता मे हुआ इसके अध्यक्ष रहिमतुल्ला सयानी थे । इसमे पहली बार वंदे मातरम गाया गया ।
22 वां अधिवेशन कलकत्ता मे दादा भाई नौरौजी की अध्यक्षता मे किया गाया जिसमे पहली बार स्वराज शब्द का प्रयोग किया गाया
23 वां अधिवेशन 1907 को सूरत मे रास बिहारी बोस की अध्यक्षता मे हुआ । इसमे कांग्रेस का पहला विभाजन हुआ । कांग्रेस दो दलों मे बंट गई । गरम दल और नरम दल
1916 के लखनऊ अधिवेशन मे कांग्रेस के दोनों दल पुनः साथ हो गए ।
24 वां अधिवेशन मे भी अध्यक्ष रास बिहारों बोस थे । इसमे कांग्रेस का संविधान बनाया गाया ।
27 व अधिवेशन कलकत्ता मे हुआ जिसके अध्यक्ष बिशननारायण धर थे । इस अधिवेशन मे पहली बार जन गण मन गाया गया । जन गण मन भारत का राष्ट्रीय गान है इसे रवीद्र नाथ टैगोर ने लिखा है । इसे गाने मे कुल 52 सेकंड का समय लगता है ।
33 वां अधिवेशन 1917 मे हुआ जिसकी अध्यक्ष एनी बेसेंट को बनाया गया । ये कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष थी ।
1923 मे दिल्ली मे एक विशेष अधिवेशन हुआ जिसके अध्यक्ष मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को बनाया गया। ये कांग्रेस के सबसे युवा अध्यक्ष थे । कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर सबसे लंबे समय तक भी यही रहे ।
1924 को कर्नाटक के बेलगाम मे कांग्रेस का 44 वां अधिवेशन हुआ जिसमे अध्यक्ष गांधी जी रहे । ये एकमात्र अधिवेशन था जिसकी अध्यक्षता गांधी जी की थी ।
41 वां अधिवेशन 1925 मे कानपुर मे हुआ जिसमे सरोजनी नायडू को अध्यक्ष के रूप मे चुना गया। सरोजनी नायडू पहली भारतीय महिला थी जो कांग्रेस की अध्यक्ष बनी । [ एनी बेसेंट भारतीय नहीं थी वो आयर लैंड की थी ]
1926 गुवाहाटी के 42 वें अधिवेशन मे कांग्रेस के सभी सदस्यो को खादी पहनना अनिवार्य किया गया ।
1929 के लाहौर अधिवेशन की अध्यक्षता पण्डित जवाहर लाल नेहरू के द्वारा की गई जिसमेपूर्ण स्वराज की मांग की गई ।
1937 का फैजपुर अधिवेशन गाँव मे आयोजित हुआ इसके अध्यक्ष नेहरू जी थे ।
आज़ादी के समय कांग्रेस के अध्यक्ष जे बी कृपलानी थे
1947 मे दिल्ली मे एक विशेष अधिवेशन बुलाया गया था जिसका अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र प्रसाद को बनाया गया था ।
आज़ादी का बाद पहला अधिवेशन 1948 मे जयपुर मे हुआ जिसके अध्यक्ष पट्टाभि सितारमैया थे ।