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modern india history krantkari ( भारत का स्वतंत्रता संग्राम )

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क्रांतिकारी आंदोलन

  • भारत क पहला क्रांतिकारी वसुदेव बलवंत फडके को माना जाता है । यह ब्राह्मण था ।
  • दामोदर चापेकर और बालकृष्ण चापेकर दो बही थे जिनको चापेकर बंधुओ के नाम से जाना जाता था । इन्होने प्लेग अधिकारी रैंड और आइरिस्ट कि हत्या कि थी । इनको फांसी दे दी गई और बल गंगाधर तिलक को 18 महीने कि जैल हो गई क्योकि तिलक ने दोदनों भाई को प्रेरित किया था ।
  • नासिक मे वी डी सावरकर ने मित्र मेला नाम के एक संघटन कि स्थापना कि जो 1998 मे अभिनव भारत के नाम से जाना गया । अभिनव भारत कि स्थापन यंग इटली कि तर्ज़ पर कि थी । सावरकर ने नासिक के मजिस्ट्रेट जेक्सन कि हत्या कर दी थी ।
  • इंडियन होमरुल सोसायटी कि स्थापना श्याम जी कृष्ण वर्मा ने लंदन मे कि । इसमे इनके सहायक वी डी सावरकर , लाला हरदयाल , मदनलाल ढींगरा थे इन्होने लंदन मे इंडिया हाउस कि स्थापना कि जो इनका कार्यालय था । 1908 मे मदन लाल धींगरा ने कर्नल वाइली ही हत्या कर दी । धींगरा को फांसी दे दी गई और सावरकर को गिरफ्तार कर भारत लाया गया ।
  • अनुशीलन समिति का गठन बंगाल मे पी मित्रा ने किया । इस समिति ने युगांतर और संध्या नाम से दो अखबार निकाले।
  • खुदीरम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने जज किंग्सफोर्ड कि हत्या का प्रयास किया लेकिन किंग्सफोर्ड बच गया और दो केनेडियन महिला मारी गई । दोनों को फांसी कि सज़ा सुनाई गई जिसमे से प्रफुल्ल चाकी ने पहले ही आत्महत्या कर ली ।
  • मानिक तल्ला मे पुलिस ने छापा मारा और 35 क्रांतिकारियों को पकड़ा और इन पर अलीपुर षड्यंत्र का आरोप लगाया । क्रांतिकारियों मे से एक नरेंद्र गोसाई सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हो गया । क्रांतिकारियों ने जैल मे ही उसकी हत्या कर दी । इसी अलीपुर केस मे श्री अरविनदों को भी गिरफ्तार किया गया था ।
  • अजीत सिंह [ भगत सिंह के चाचा ] ने अंजुमन ए मोब्बने वतन नामक संगठन बनाया और भारत माता नाम से अखबार भी निकाला । इनको देश निकाला दे दिया गया था ।
  • हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन कि स्थापना 1924 मे कानपुर मे सच्चीन्द्र सान्याल , राम प्रसाद बिस्मिल , राजेंद्र लाहीडी , अशफाक़ उल्ला खान और चन्द्रशेखर आज़ाद ने कि । इन्होने मिलकर काकोरी [ up ] जगह पर एक ब्रिटिश ट्रेन को लूटा। रामप्रसाद बिस्मिल , रोशन सिंह , राजेंद्र लाहीडी और अशफाक़ उल्ला खान को फांसी दे दी गई ।
  • सच्चीन्द्र सान्याल ने बंदी जीवन और वर्तमान रणनीति नामक दो पुस्तके लिखी ।
  • भगतसिंह -- लाहौर यूनिवर्सिटी मे पड़ते हुये भगत सिंह ने छात्र संघ और नौजवान भारत कि स्थापना कि । 1928 मे दिल्ली के फिरोज़शाह कोटला ।
  • 1928 मे दिल्ली मे फिरोज़शाह कोटला मे हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसीएशन की स्थापना की ।
  • लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने के लिए भगत सिंह , राजगुरु और सुखदेव ने सांडर्स की हत्या कर दी ।
  • 1929 भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने केंद्रीय विधानमंडल मे खाली बेंचों पर बम फेंके । वही पर उनको गिरफ्तार कर लिया गया । लाहौर षड्यंत्र नामक एक केस चलाकर फांसी की सज़ा सुनाई गई ।
  • जतिन दास ने जैल मे ही भूख हड़ताल की । 64 दिन भूखे रहने के बाद जतिन दास की मौत हो गई ।
  • 27 फरवरी 1931 को चन्द्र शेखर आज़ाद भी इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क मे लड़ते हुये मारे गए ।
  • 23 मार्च 1931 को भगत सिंह , राजगुरु और सुखदेव को फांसी दे दी गई ।
  • भगत सिंह की आत्मकथा “why I am atheist” है ।
  • सूर्यसेन – ये शिक्षक थे और मास्टर के नाम से प्रसिद्ध हुये । इन्होने विद्रोही संघ की स्थापना की
  • 1930 को इन्होने चटगांव के शस्त्रागार पर आक्रमण किया । 1933 को मास्टर जी गिरफ्तार किया गया और फांसी दे दी गई । प्रमुख आंदोलन
  • नील आंदोलन -- यह आंदोलन बंगाल के लोगो के द्वारा नील की खेती के विरुद्ध था जिसकी शुरुआत हुई नदिया जिले के गोविंदपुर के प्रशासक की गलती से ।
  • इस आंदोलन के दो प्रमुख नेता दिगंबर विश्वास और विष्णु विश्वास थे ।
  • इस आंदोलन को लोकप्रिय बनाया हिन्दू पेट्रीयाट अखबार ने जिसके संपादक थे हरिश्चंद्र मुखर्जी ।
  • दीन बंधु के नाटक नील दर्पण मे इस आंदोलन का उल्लेख है ।
  • 1860 मे नील कमीशन का भी गठन किया था जिसके तहत नील की खेती की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई ।
  • पाबना आंदोलन -- बंगाल के पाबना जिले से प्रारम्भ हुआ ये आंदोलन बढ़े हुये कर और जमींदारो के खिलाफ था ।
  • इसके प्रमुख नेता ईशानचन्द्र राय और शंभू पाल थे ।
  • इसमे किसानो ने नारा दिया के “हमे जमींदारो की नहीं , सीधे महारानी के हाथो की रैयत चाहिए ।
  • बंगाल के लेफ्टिनेंट गवर्नर केम्पबेल ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया था ।
  • कूका आंदोलन -- यह आंदोलन 1872 मे पंजाब मे हुआ जिसके प्रमुख आंदोलनकारी भगत जवाहरमल और रामसिंह कूका थे । रामसिंह कूका को गिरफ्तार कर रंगून भेज दिया गया ।
  • दक्कन विद्रोह -- यह महाराष्ट्र मे हुआ ।
  • रम्पा विद्रोह -- रम्पा आंध्र प्रदेश की जनजाति है ।
  • मोपला विद्रोह -- यह मलाबार तट [ केरल ] मे हुआ । मोपला मुस्लिम गरीब किसान थे । 1920 मे इस आंदोलन की शुरूआत हुई और 1921 मे इसे कुचल दिया गया ।
  • तेभागा आंदोलन -- यह आंदोलन बंगाल मे अधिक भू राजस्व वसूलने के खिलाफ था जिसका नेत्रत्व कंपाराम और भुवन सिंह ने किया ।
  • ताना भगत आंदोलन -- 1914 मे बिहार मे । नेत्रत्व – जतरा भगत ।
  • एका आंदोलन – उत्तर प्रदेश
  • अखिल भारतीय किसान सभा -- इसकी स्थापना 1936 मे लखनऊ मे जिसके अध्यक्ष स्वामी सहजनन्द थे और सचिव एन जी रंगा थे । इंदुलाल यागनिक ने किसान बुलेटिन नामक अखबार भी निकाला ।
  • सहजानन्द सरस्वती ने बिहार किसान सभा की स्थापना की और बकाश्त आंदोलन भी चलाया ।
  • अखिल भारतीय किसान महासभा का दूसरा अधिवेशन फैजपुर मे हुआ जिसके अध्यक्ष एन जी रंगा थे ।
  • उत्कल किसान सभा -- उड़ीसा । स्थापना – मालती चौधरी
  • कृषक प्रजा पार्टी -- बंगाल
  • साम्यवादी आंदोलन –- मानवेंद्र नाथ राय ने 1920 मे ताशकंद मे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की और अतिवादी लोकतन्त्र दल की भी स्थापना की ।
  • 1924 मे सत्य भगत ने कानपुर मे भारतीय साम्यवादी दल की स्थापना की ।
  • 1934 मे भारतीय समाजवादी दल की स्थापना हुई जो कांग्रेस का ही एक हिस्सा थी इसके मुख्य नेता जयप्रकाश नारायण , राम मनोहर लोहिया , मीनू मसानी , अशोक मेहता थे । इसका पहला अधिवेशन 1935 मे बंबई मे हुआ जिसके अध्यक्ष सम्पूर्णानन्द थे ।
  • आज़ाद हिन्द फौज -- सुभाष चन्द्र बोस ने 1939 को फॉरवर्ड ब्लाक की स्थापना की । इनको गिरफ्तार कर लिया गया । बाद मे 1941 ये भाग कर ये जर्मनी चले गए ।
  • 1942 मे केप्टन मोहन सिंह और रस बिहारी बोस ने आज़ाद हिन्द फौज की स्थापना की ।
  • रास बिहारी बोस ने जापान मे इंडिपेंडेस लीग की भी स्थापना की । बाद मे आज़ाद हिंद फौज और इंडिपेंडेस लीग की कमान सुभाष चन्द्र बोस को दी गई ।
  • सिंगापूर और रंगून मे आज़ाद हिन्द फौज के कार्यालय बनाये गए ।
  • सुभाष चन्द्र बोस को नेताजी की उपाधि हिटलर ने दी थी ।
  • नेताजी ने “तुम मुझे खून दो मे तुम्हें आज़ादी दूंगा” का नारा दिया ।
  • महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहा ।
  • जापानी सैनिको की मदद से बोस ने अंडमान और निकोबार को अपने कब्जे मे ले लिया ।
  • इन्होने अंडमान को शहीद द्वीप और निकोबार को स्वराज द्वीप नाम दिया ।
  • ताइवान जाते समय एक विमान दुर्घटना मे इनकी मृत्यु हो गई । [ लेकिन इनकी मृत्यु का पूर्ण प्रमाण नहीं है । ]
  • आज़ाद हुंद फौज मे कुछ ब्रिगेड थे जैसे सुभाष ब्रिगेड , गांधी ब्रिगेड , नेहरू ब्रिगेड कलाम ब्रिगेड ,झाँसी ब्रिगेड आदि ।
  • झाँसी ब्रिगेड की कमान लक्षमी स्वामीनाथन ने संभाली थी ।
  • आज़ाद हिंद फौज के कमांडर गुरुबख्श सिंह , प्रेम कुमार सहगल और शाहनवाज़ खान पर दिल्ली लाल किले मे मुकदमा चलाया गया और सबको फांसी की सज़ा दी गई । पूरे भारत मे इनकी सज़ा के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन हुआ तो लॉर्ड वेवेल ने अपने विशेषाधिकार का प्रयोग कर इनको छोड़ दिया ।

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