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modern india history freedom of india ( आधुनिक भारत का इतिहास - भारत की आज़ादी )

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  • क्रिप्स मिशन -- क्रिप्स मिशन 1942 को भारत आया । सर स्टेफ़र्ड क्रिप्स इसके अध्यक्ष थे । इसने निम्न प्रस्ताव रखे । भारत को युद्ध के बाद डोमेनियान स्टेट का दर्जा दिया जाएगा विदेश नीति भी भारत को दे दी जाएगी । जब तक युद्ध चलेगा तब तक भारत की रक्षा करने की ज़िम्मेदारी अंग्रेज़ो की है । सभी प्रांतो को स्वतन्त्रता होगी की वह संविधान स्वीकार करे या नहीं करे । कांग्रेस और मुस्लिम लीग दोनों ने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया । क्रिप्स मिशन को post dated chek कहा गया । 
  • भारत छोड़ो आंदोलन -- 7 दिसंबर 1941 को जापान ने पर्ल हार्बर पर हमला कर दिया और दूसरे विश्व युद्ध मे शामिल हो गया ।
  • इससे धुरी राष्ट्रो का पक्ष मजबूत हो गया और मित्र राष्ट्र कमजोर हो गए ।
  • गांधीजी ने हरिजन पत्रिका मे लिखा था की भारत को भारतीयो के हवाले कर दो जापानियो को नहीं ।
  • जुलाई 1942 मे वर्धा मे कांग्रेस ने भारत छोड़ो आंदोलन प्रस्ताव पास किया । 9 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन प्रारम्भ हो गया । गांधी जी पुना के आगा खाँ महल से गिरफ्तार कर लिया गया ।
  • कम्युनिस्ट पार्टी , मुस्लिम लीग , हिन्दू महासभा , उदरवादी नेता , भीम राव अंबेडकर ने इस आंदोलन का विरोध किया ।
  • इस आंदोलन के दौरान गांधीजी ने 21 दिन का उपवास भी रखा । इसी आंदोलन मे गांधी जी ने करो या मरो का नारा दिया ।
  • आंदोलन के दौरान अस्थिर सरकारे बनी जैसे बलिया मे चित्तू पाण्डे , सतारा मे चव्हाण और नाना पाटिल और तामलुक मदिनपुर और बंगाल मे जातीय सरकार रही ।
  • सी आर फार्मूला -- यह फार्मूला सी राजगोपालाचारी ने दिया जिसमे उन्होने कहा की मुस्लिम लीग राष्ट्रिय आंदोलन मे कांग्रेस का साथ दे आज़ादी मिलने के बाद विभाजन के लिए मुस्लिम बहुसंख्यक क्षेत्रों मे जनमत संग्रह करवाया जाएगा जिसमे सभी लोग भाग लेंगे । जनमत संग्रह से पहले सभी नेताओ को अपने दल के प्रचार करने की अनुमति भी दी जाएगी । यदि लोग विभाजन के पक्ष मे वोट करते है तो विभाजन कर दिया जाएगा । गांधीजी ने यह फार्मूला मन लिया परंतु जिन्ना नहीं माना ।
  • वेवेल प्लान – यह प्लान G G वेवेल ने पेश किया । जिसके तहत कार्यकारी परिषद मे हिन्दुओ और मुसलमानो को समान संख्या मे सीटे मिलेगी । अन्य वर्गो को भी प्रतिनिधित्व दिया जाएगा । युद्ध के बाद संविधान का निर्माण किया जाएगा ।
  • शिमला सम्मेलन -- यह भी वेवेल प्लान का हिस्सा था । क्यूकी मुस्लिम प्रीतिनिधि के मामले मे लीग और कांग्रेस के मध्य मतभेद हो गया । और अंततः शिमला सम्झौता भी असफल ही रहा ।
  • शाही सेना विद्रोह -- फरवरी 1946 को बी सी दत्त ने तलवार नामक एक जहाज पर “अंग्रेज़ो भारत छोड़ो” लिख दिया । दत्त को गिरफ्तार कर लिया जिससे बाकी सेनिकों ने भी विद्रोह कर दिया । 18 फरवरी को यह विद्रोह शुरू हुआ था और 22 फरवरी को बॉम्बे तथा कराची के मजदूरो ने हड़ताल कर दी जो की भारत की सबसे बड़ी हड़ताल थी । 25 फरवरी को सरदार पटेल और जिन्ना के समझाने पर सेनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया ।
  • केबिनेट मिशन -- मार्च 1946 को तीन सदस्य मिशन भारत आया जिसे केबिनेट मिशन कहा गया ।
  • तीन सदस्य पैथिक लारेंस [ भारत सचिव ] सर स्टेफ़र्ड क्रिप्स [ व्यापार मंत्री ] और ए बी अलेक्ज़ेंडर [ नेवी मंत्री ] थे
  • इन्होने पाकिस्तान की मनग्को अस्वीकार कर दिया और भारत मे संघात्मक व्यवस्था की सिफ़ारिश की ।
  • इन्होने सुझाव दिया की केंद्र के पास केवलतीन विषय होंगे रक्षा, विदेश और संचार बाकी सारे अधिकार राज्यो को दे दिये जाए ।
  • प्रांतीय मंडलो के निम्न सदन के सदस्यो के द्वारा संविधान सभा का गठन किया जाएगा ।
  • संविधान सभा पहले प्रांत के लिए बाद समूह के लिए और बाद मे केंद्र के लिए संविधान का निर्माण करेगी ।
  • कांग्रेस और मुस्लिम लीग दोनों ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया ।
  • संविधान सभा चुनाव -- जुलाई 1946 मे संविधान सभा के लिए चुनाव हुये 296 सदस्यो मे से मुस्लिम लीग के केवल 73 सदस्य थे । इसलिए लिह ने खुद को संविधानसभा से अलग कर लिया ।
  • 16 अगस्त 1946 को पृत्यक्ष कार्यवाही दिवस के रूप मे ,मनाया गया । इस दिन पूरे देश मे हिंसा फ़ेल गई ।
  • 1946 मे नेहरू की अध्यक्षता मे अन्तरिम सरकार का भी गठन किया गया । शुरुआत मे लीग सरकार के गठन मे शामिल नहीं हुआ लेकिन बाद मे हो गया । अन्तरिम सरकार मे लियाकत अली खान को वित्त मंत्री बनाया गया जो बाद मे पाकिस्तान के पहले मुख्यमंत्री बने ।
  • 9 दिसंबर 1946 को संविधानसभा की पहली बेठक हुई जिसकी अध्यक्ष सच्चिदानंद सिन्हा को बनाया गया । इनको केवल एक डीएन के लिए अस्थायी रूप से अध्यक्ष चुना गया था । बाद मे राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का स्थायी सदस्य चुना गया ।
  • दूसरी बेठक 11 दिसंबर को हुई जिसमे डॉ राजेंद्र प्रसाद को स्थायी अध्यक्ष के रूप मे चुना गया ।
  • 13 दिसंबर को जवाहर लाल नेहरू ने उद्धेश्य प्रस्ताव पेश किया जिसे 22 जनवरी 1947 को पारित कर दिया गया ।
  • ऐटली घोषणा -- 20 फरवरी 1947 को ऐटली ने ब्रिटिश संसद मे घोषणा की कि जून 1848 तक भारत को छोड़ देंगे
  • लॉर्ड माउण्टबेटन को भारत का वाइसराय बनाया गया जो मार्च 1947 को भारत आया ।
  • प्लान बाल्कन -- मई 1947 को माउण्टबेटन ने बाल्कन प्लान पेश किया जिसके तहत भारत को अनेक छोटे छोटे टुकड़ो मे बाट दिया जाएगा और सभी अपने आप मे स्वतंत्र होंगे । कांग्रेस ने इसका जमकर विरोध किया ।
  • माउण्टबेटन योजना -- 3 जून 1947 को लॉर्ड माउण्टबेटन ने भारत और पाकिस्तान दो अलग अलग देश बनाने कि योजना पेश कि जिसे माउण्टबेटन योजना के नाम से जाना जाता है ।
  • पंजाब और बंगाल राज्यो को अलग किया जाए या नहीं ये वहा कि जनता और जनप्रतिनिधि के द्वारा तय किया जाएगा इसके लिए हिन्दू और मुसलमानो से अलग अलग राय ली जाएगी । यदि एक भी पाक्स बँटवारे का समर्थन करता है तो प्रांत के बँटवारे के लिए आयोग का गठन किया जाएगा । और फिर रेड क्लीफ़ आयोग का गठन किया गया ।
  • भारतीय किसानो को स्वतंत्र कर दिया जाएगा । वे अपनी इच्छानुसार भारत या पाकिस्तान मे से किसी को भी चुन सकते है।
  • 4 जुलाई को प्लान ब्रिटिश संसद पेश किया गया और 18 जुलाई को पारित कर दिया गया ।
  • भारतीय स्वतन्त्रता अधिनियम -- 18 जुलाई 1947 को भारत स्वतन्त्रता अधिनियम पारित हुआ जिसके तहत 15 अगस्त 1947 को भारत का विभाजन होगा और भारत और पाकिस्तान दो नए डोमिनियन स्टेट होंगे ।
  • दोनों राज्यो पर से ब्रिटिश सरकार का नियंत्रण पूरी तरह से हट जाएगा । ब्रिटिश क्राउन से केसर ए हिन्द [ भारत का स्वामी ] का टाइटल हटा दिया गया ।
  • रियासतों के साथ कि हुई सभी संधिया भी समाप्त हो जाएगी और सभी सियासते भी स्वतंत्र हो जाएगी
  • भारत और पाकिस्तान के संविधान निर्माण का काम संविधान सभा और विधाण मण्डल ही करेगी ।
  • भारत सरकार अधिनियम 1935 दोनों स्टेट पर लागू होगा ।

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