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modern india history importent britis governer genarals ( आधुनिक भारत का इतिहास महत्वपूर्ण गवर्नर जनरल्स )

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प्रमुख ब्रिटिश गवर्नर वारेन हेस्टिंग्स 1772 – 1785 è

  • यह बंगाल का पहला गवर्नर था ।
  • इसके समय 1773 का रेग्युलेटिंग आवट पारित हुआ । इस एक्ट के तहत भारत मे एक सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना की गई । नयायालय 1774 मे स्थापित हुआ । इसमे चार न्यायाधीश थे ।एलीजाह इंपे इसके पहले मुख्य न्यायाधीश थे ।
  • प्रत्येक जिले मे जिला दीवानी और जिला फ़ौजदारी स्थापित किया ।
  • 1772 मे द्वेध शासन प्रणाली समाप्त कर दी । और सत्ता अपने हाथ में ले ली
  • 1772 मे पाँच वर्षीय ठेका पद्धति अपनाई
  • 1776 मे इसे एकवर्षीय ठेका पद्धति मे बदल दिया गया
  • विल्किस ने “गीता” का अंग्रेजी मे अनुवाद किया |
  • इसने कलकत्ता में अरबी-फारसी मदरसे स्थापना की |
  • इसके समय 1784 मे विलीयम जोन्स ने “एशियाटिक सोसायटी आंफ बंगाल” की स्थापना की जिसका कार्य प्राचीन पांडुलिपियों का अंग्रेजी में अनुवाद करना व संरक्षित रखना था |
  • बनारस के राजा चैतसिंग से इसका ( हेस्टिंग्स ) विवाद हुआ |
  • हेस्टिंग्स ने चैतसिंह को हटाकर उसके भतीजे महीपनारायण को राजा बना दिया |
  • जब हेस्टिंग्स भारत से वापस इंग्लैंड गया तो उस पर महाभियोग चलाया गया । जिसे बाद मे वापिस भी ले लिया गया ।

कार्नवालिस 1786 – 1793

  • 1786 मे पारित एक एक्ट के तहत कार्नवालिस को गवर्नर बनाया गया ।
  • 1791 मे जोनाथन डंकन ने बनारस मे संस्कृत विद्यालय की स्थापना की ।
  • 1790 मे 10 वर्षीय व्यवस्था लागू की गई जिसे 1793 मे स्थायी बंदोबस्त मे बादल दिया गया । जॉन शोर ने इसका प्रारूप तैयार किया था ।
  • इसने फ़ौजदारी न्यायलीय समाप्त कर दिये ।
  • रक्त मूल्य लेने पर प्रतिबंध लगा दिया । उसके स्थान पर कठोर कारावास का प्रावधान किया ।
  • कार्नवालिस को “ इंडियन सिविल सर्विसेज “ का पिता कहा जाता है ।

सर जॉन शोर 1793 – 1798

  • स्थायी बंदोबस्त का प्रारूप तैयार किया था ।

लॉर्ड वेलेजली 1798 – 1805

  • इसके समय चतुर्थ आंग्ल मैसूर युद्ध और द्वितीय आंग्ल मराठा युद्ध हुआ ।
  • इसने भारत मे सहायक संधि की शुरुआत की ( सहायक संधि की शुरुआत इससे पहले फ्रांसीसी गवर्नर डुप्ले भी कर चुका था )
  • इस संधि के तहत रियासतों के और अंग्रेज़ो के बीच कुछ समझौते होते थे । इसके बदले अंग्रेज़ राजाओ को सुरक्षा की गारंटी देते थे ।
  • सहायक संधि स्वीकार करने वाले प्रमुख राज्य ।
    हैदराबाद 1798 , मैसूर 1799 , तंजौर 1800 , अवध 1801 , पेशवा 1802
  • सहायक संधि स्वीकार करने वाली पहली रियासत हैदराबाद थी ।
  • 1800 मे लॉर्ड वेलेजली ने फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापन की जहा पर असैनिक अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाता था । 1802 मे इसे बंद किया गया और 1806 मे हेलबरी मे ईस्ट इंडियन कॉलेज के नाम से दोबारा खोला गया ।
  • इसके समय पर ही 1801 मे मद्रास प्रेसीडेंसी की स्थापन हुई ।

जार्ज वार्लो 1805 – 1807

  • इसके समय वेल्लोर ( तमिलनाडु ) मे सैनिक विद्रोह हुआ । इस समय मद्रास का गवर्नर लॉर्ड विलियम बेंटिक था ।

लॉर्ड मिंटो 1807 – 1813

  • 1809 मे अमृतसर की संधि हुई जिसमे अंग्रेज़ो की तरफ से चार्ल्स मेटकाफ ने हिस्सा लिया ।

लॉर्ड हेस्टिंग्स 1813 – 1823

  • प्रथम आंग्ल नेपाल युद्ध हुआ 1814 – 1816
  • इस युद्ध मे संगोलि की संधि हुई और गढ़वाल और कुमाऊ नेपाल से छिन लिए गए ।
  • सिक्किम को अलग राज्य बना दिया गया ।
  • तृतीय आंग्ल मराठा युद्ध इसी के समय हुआ । इसने पिंडरियों का दमन किया । पिंडरियों के चार प्रमुख नेता थे । चीतु , वासिल मोहम्मद , करीम खान , अमीर खान ।वासिल मोहम्मद को दौलत राव सिंधिया ने अंग्रेज़ो को पकड़वा दिया । उसने जैल मे आत्महत्या कर ली । करीम खान को गोरखपुर के पास छोटी सी जागीर दे दी गई । अमीर खान को टोंक की जागीर दे दी ।

जॉन एडम्स 1823

  • केवल कुछ समय के लिए गवर्नर बने । समाचार पत्रों पर प्रतिबंध लगा दिये ।

लॉर्ड एमहर्स्ट 1823 – 1828

  • प्रथम गवर्नर जिसे मुगल बादशाह के बराबर का स्तर मिला ।
  • इसके समय प्रथम आंग्ल बर्मा युद्ध हुआ । इस युद्ध मे यांदबू की संधि हुई ।
  • इसके समय ही बैरकपुर छावनी मे सैनिक विद्रोह हुआ ।

लॉर्ड विलियम बेंटिक 1828 – 1835

  • इसके समय कंपनी का चार्टर एक्ट 1833 पारित हुआ ।
  • बंगाल के गवर्नर जेनरल को भारत का गवर्नर जेनरल कहा जाने लगा । इस प्रकार विलियम बेंटिक भारत का पहला गवर्नर जेनरल बना ।
  • धारा 87 के तहत सरकारी नौकरी मे रंग , जाती , नस्ल आदि के आधार पर भेदभाव को खतम किया गया ।
  • धारा 17 के तहत 1829 मे सती प्रथा पर रोक लगा दी । सती प्रथा पर रोक लगाने मे राजा राम मोहन राय ने बेंटिक का साथ दिया था ।
  • धर्मसभा के संस्थापक राधाकांत देव ने इस प्रतिबंध का विरोध किया था ।
  • 2 फरवरी 1835 को मैकाले की अनुशंसा पर मैकाले स्मरण पत्र पेश किया गया जिसमे भारतीयो को पाश्चात्य शिक्षा दिया जाने का प्रावधान किया गया । यह शिक्षा केवल उच्च वर्ग को ही दी जाएगी और निचले वर्ग के पास यह रिस रिस कर पहुँच जाएगी । इसे रिसाव सिद्धान्त कहा गया ।
  • मैकाले की अध्यक्षता मे एक विधि आयोग का भी गठन किया गया ।
  • बेंटिक ने ठगी प्रथा को भी संप्त किया ।
  • 1835 मे कलकत्ता मे एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की ।
  • अँग्रेजी को प्रशासनिक भाषा घोषित किया गया ।

चार्ल्स मेटकाफ 1835 – 36

  • इसे भारत मे समाचार पत्रों का मुक्तिदाता कहा जाता है ।
  • इसने अमृतसर की संधि का नेत्रत्व किया ।

लॉर्ड औकलैंड 1836 – 42

  • इसके समय त्रिपक्षीय संधि 1838 मे हुई ।
  • प्रथम आंग्ल अफगान युद्ध हुआ । कलकत्ता से दिल्ली तक G॰T॰ रोड़ का निर्माण किया गया ।

लॉर्ड अलनबरो 1842 – 44

  • इसके समय सिंध का विलय ब्रिटिश साम्राज्य चार्ल्स नेपियर ने किया ।
  • नेपिय ने कहा “ सिंध का विलय अफगान तूफान की पूंछ थी “
  • 1843 मे दास प्रथा को प्र्तिबंध कर दिया ।

लॉर्ड हार्डिंग 1844 – 48

  • इसके समय प्रथम आंग्ल सिक्ख युद्ध हुआ । इसने नरबली को प्रतिबंध कर दिया ।

लॉर्ड डलहौजी 1848 – 56

  • आधुनिक मानचित्र डलहौजी की देंन है ।
  • द्वितीय आंग्ल सिक्ख युद्ध मे इसने पंजाब का विलय कर लिया ।
  • सिक्किम के अंदर दो अंग्रेज़ डाक्टरों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगा कर सिक्किम पर हमला किया और 1850 मे उसे ब्रिटिश साम्राज्य मे मिला लिया ।
  • बर्मा का विलय 1852 मे किया गया । दो नौसैनिक अंग्रेज़ अधिकारियों पर जुर्माने के बाद कमोडोर लेंबर्ट के नेत्रत्व मे युद्ध पोत के साथ भेजा गया और बर्मा को भी भारत मे मिला लिया ।
  • डलहौजी सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हुआ अपनी हड़प नीति ( व्यपगत नीति , निषेध नीति ) की वजह से ।
  • डलहौजी द्वारा विलय की गई रियासते
    सतारा – 1848 , जैतपुर/संभालपुर – 1849 , उदयपुर – 1852 , झाँसी – 1853 , नागपुर - 1854 , करौली – 1855 ।
  • कोर्ट ऑफ डाइएरेक्टर के कहने पर करौली को वापिस दे दिया गया ।
  • 1856 मे अवध का विलय कुशासन का आरोप लगा कर किया गया । उस समय अवध का नवाब वाजिद अली शाह था जो की शतरंज का खिलाड़ी था । डलहौजी ने अवध के लिए कहा था “ यह गिलास फल ( चेरी ) एक दिन जरूर हमारे मुह मे गिरेगा “
  • अवध को बंगाल आर्मी की नर्सरी कहते है ।
  • डलहौजी ने 1852 मे तार सेवा प्रारम्भ की । इसे भारत का तार सेवा का जनक माना जाता है ।
  • 1853 मे इसने पहली बार भारत मे रेल की शुरुआत की । पहली रेल मुंबई से ठाणे के बीच 34 किलोमीटर लंबी लाइन पर चलाई गई । इस ट्रेन का नाम ब्लेक ब्यूटी और इंजन का नाम फेयरी क्वीन था ।
  • 1854 मे भारत डाक अधिनियम लाया गया । जिसके तहत 2 पैसे के डाक टिकट से पूरे भारत मे कही पर भी डाक भेजा जा सकता था ।
  • 1854 मे वुड डिस्पैच घोषणा हुई जो की शिक्षा के सुधार से संबन्धित थी । इसे भारतीय शिक्षा का मेग्नाकार्ता कहा जाता है ।
  • डलहौजी ने एक सार्वजनिक निर्माण विभाग की स्थापना की ।
  • 1854 मे उत्तर प्रदेश मे गंग नहर का निर्माण किया गया । [ राजस्थान की गंग नहर का निर्माण 1927 मे गंगा सिंह ने करवाया था ।
  • डलहौजी ने सेना का मुख्यालय शिमला और तोपखाने का मुख्यालय कलकता से मेरठ स्थापित किया ।
  • कुछ रियासतों को डलहौजी के आने पहले भी हड़प लिया गया था । जैसे 1839 मे मांडवी , 1840 मे कोलाबा और जालौर , 1842 मे सूरत आदि ।

लॉर्ड कैनिंग 1856 – 62

  • 1856 मे ईश्वर चंद विध्यासागर के प्रयासो से विधवा विवाह कानून पारित किया गया । 7 दिसंबर 1856 मे पहला कानूनी रूप से विधवा विवाह हुआ ।
  • 1857 मे तीनों प्रेसीडेंसियों मे विश्विध्यालय खोले गए ।
  • 1861 मे तीनों प्रेसीडेंसियों मे हाई कोर्ट खोले गए ।
  • 1861 मे परिषद अधिनियम लागू किया गया जिसमे गवर्नर जेनरल को अध्यादेश जारी करने का अधिकार दिया गआ ।
  • 1859 मे भारत मे पहली बार बजट बनाया गया ।
  • 1861 मे आयकर व्यवस्था लागू की गई । इस व्यवस्था को विल्सन ने लागू किया । 500 रुपये से ज्यादा की आय पर 1% का टैक्स लिया जाता था ।
  • कैनिंग के समय ही भारत का सबसे बड़ा क्रांतिकारी विद्रोह 1857 का विद्रोह हुआ ।

एल्गिन 1 1862 -63

  • इसने वहाबी आंदोलन का दमन किया ।

जॉन लारेंस 1864 -69

  • यह हेनरी लारेंस का भाई था । इसके समय भयंकर अकाल पड़ा । केम्पबेल ने अकाल आयोग का गठन किया
  • इसके समय समुद्री टेलीग्राफ सेवा प्रारम्भ की गई ।

लॉर्ड मेयो 1869 – 72

  • 1872 मे सबसे पहले जनगणना करवाई ।
  • अफगान मे सेल्यूलर जैल मे एक पठान ने इसकी हत्या कर दी ।

लॉर्ड नार्थ ब्रूक 1872 – 76

  • 1875 मे अजमेर मे मेयो कॉलेज की स्थापना की ।
  • इसके समय पंजाब मे कूका आंदोलन रामसिंह कूका और भगत जवाहर ने किया ।

लॉर्ड लिट्टन 1876 – 80

  • ओवेन मेरिडिथ के नाम से साहित्य लिखता था ।
  • 1878 मे वरनाक्युलर प्रैस एक्ट पारित किया ।इस एक्ट के तहत स्थानीय अखबारो पर आपत्तीजनक कुछ भी लिखने पर रोक लगा दी । इसे गेग्रिंग एक्ट ( मुह बंद करने वाला ) भी कहा गया । इसके खिलाफ कही भी कोई अपील का प्रावधान नहीं था । इसके बारे मे कहा गया “ धुए को रोकने के लिए चिमनी का मुह बंद कर दिया गया ।”
  • 1878 मे भारतीय शस्त्र अधिनियम पारित हुआ जिसके तहत भारतीयो को शस्त्र रखने के लिए लाइसेन्स अनिवार्य कर दिया ।
  • इसके समय भारतीय प्रशासनिक सेवाओ की अधिकतम उम्र सीमा 21 वर्ष से घटा कर 19 कर दी गई ।

लॉर्ड रिपन 1880 – 84

  • 1881 मे फैक्टरी अधिनियम पारित हुआ जिसका कांग्रेस ने विरोध किया ।
  • 1881 मे पहली नियमित जनगणना हुई ।
  • 1882 मे वरनाक्युलर प्रैस एक्ट को समाप्त कर दिया गया ।
  • 1882 मे शिक्षा सुधारो के लिए हंटर आयोग का गठन किया गया ।
  • न्यायिक सेवाओ मे भेदभाव को दूर करने के लिए इलबर्ट बिल पेश किया गया । अंग्रेज़ो ने इस बिल का विरोध किया । इसे दूसरा श्वेत विद्रोह कहा गया । रिपन को झुकना पड़ा और बिल वापिस ले लिया ।

लॉर्ड डफरिन 1884 - 88

  • 1885 मे कांग्रेस की स्थापन हुई ।
  • तृतीय आंग्ल बर्मा युद्ध हुआ ।

लेंस डाउन 1888 – 94

  • इसके समय पर अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच डूरण्ड रेखा खींची गई ।
  • इसके समय मणिपुर विद्रोह हुआ ।

एल्गिन द्वितीय 1894 – 99

  • इसने कहा था - “ भारत को तलवार के बल पर ही जीता गया था और तलवार के बल पर ही इस पर राज करेंगे । ”
  • इसके समय अकाल पड़ा और लोयल कमीशन का गठन हुआ ।

लॉर्ड कर्ज़न 1899 – 1905

  • गवर्नर बनने से पहले ये चार बार भारत आ चुका था ।
  • उच्च पदो पर सीधी भर्ती इसके समय पर से ही स्टार्ट हुई थी ।
  • इसके समय पर टॉमस रेले की अध्यक्षता मे विश्व विध्यालय मे सुधार के लिए रैले आयोग की स्थापना की । इस आयोग की सिफ़ारिश के आधार पर 1904 मे विश्वविध्यालय अधिनियम पारित किया गया ।
  • 1899 मे भयंकर अकाल पड़ा जिसको छपनिया अकाल कहा गया । एंटनी मेकडोनाल्ड की अध्यक्षता मे एक अकाल आयोग का गठन भी किया गया ।
  • 1904 मे सहकारिता साख अधिनियम पारित किया गया ।
  • भारत मे रेलवे का सबसे ज्यादा विकास लॉर्ड कर्ज़न के समय ही हुआ । पत्र मुद्रा और टंकण अधिनियम पारित किया गया जिसमे एक पाउंड की कीमत 15 रुपये रखी गई ।
  • भारतीय पुरातत्व विभाग की स्थापना की ।
  • किचनर इसके समय का मुख्य सेनापति था ।
  • इसके समय बंगाल विभाजन 1905 हुआ जिसका लोगो ने जमकर विरोध किया । बंगाल विभाजन का उद्देश्य उभरते हुये राष्ट्रवाद को कुचलना था । इसका दूसरा उद्देश्य हिन्दुओ और मुसलमानो मे फुट डालना था । बंगाल विभाजन को 1911 के दूसरे दिल्ली दरबार मे रद्द किया गया । दिल्ली दरबार जॉर्ज पंचम के आने के उपलक्ष मे किया गया था । इस दरबार मे ही भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली बनाई गई । दिल्ली भारत की राजधानी 1912 मे बनी ।
  • कर्ज़न के बारे मे कुछ कथन प्रसिद्ध हुये :-
    • कर्ज़न दूसरा औरंगजेब था ।
    • भारत का ऐसा दुर्भाग्य है की यहा अकाल , प्लेग और कर्ज़न एक साथ आए ।
    • कर्ज़न ऐसा ड्राइवर है जो हमेशा अपनी गाड़ी को चमकाता है लेकिन चलता नहीं है , क्यूकी उसे पता ही नहीं है की जाना कहा है ।

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